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भगवान क्या है?

भगवान क्या है?
भगवान कोई व्यक्ति नही है, जिससे आपकी मुलाकात होगी और आप कोई इंटरव्यू लेंगे । 
भगवान एक अवस्था है । जैसे ही आप उस अवस्था के करीब पहुचेंगे,आप भगवान होते जाएगे । जिस दिन आप उस अवस्था मे पूरे डूब जाएंगे ,आप भगवान हो जाएंगे । वँहा कोई बचेगा नही ,जिससे आप मुलाकात करेंगे । आप ही हो जाएंगे । 

भगवान के दर्शन का अर्थ भगवान हो जाना है,क्योकि भगवान एक पद है,वह एक अवस्था है। वह चेतना की आखिरी ऊंचाई है। वह आपके भीतर छिपे हुए बीज का आखिरी रूप से खिल जाना है ।
वह जो छिपा है उसका प्रकट हो जाना है ।
ओशो