झुक आयी बदरिया सावन की
Anand
Tue, 11/05/2021 - 17:10 pm
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झुक आयी बदरिया सावन की
मीरा को तर्क और बुद्धि से मत सुनना। मीरा का कुछ तर्क और बुद्धि से लेना-देना नहीं है।
मीरा को भाव से सुनना, भक्ति से सुनना, श्रद्धा की आंख से देखना।
हटा दो तर्क इत्यादि को, किनारे सरका कर रख दो।
थोड़ी देर के लिए मीरा के साथ पागल हो जाओ।
यह मस्तों की दुनिया है। यह प्रेमियों की दुनिया है।
तो ही तुम समझ पाओगे, अन्यथा चूक जाओगे।"—ओशो
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